आरती-भजन-मंत्र-चालीसा

Shri Giriraj Ji Ki Aarti

श्री गिरिराज जी की आरती

Title of the document ॐ श्री गिरिराज जी की आरती ॐ

जय जय जय गिरिराज, स्वामी जय जय जय गिरिराज।

Jai Jai Jai Girirraj, Swami Jai Jai Jai Girirraj

 

श्री गिरिराज जी की आरती

 
ॐ जय जय जय गिरिराज,
स्वामी जय जय जय गिरिराज। 
संकट में तुम राखौ,
निज भक्तन की लाज ।। ॐ जय… 
इन्द्रादिक सब सुर मिल तुम्हरौ ध्यान धरै ,
ऋषि मुनिजन यश गावें, ते भव सिन्धु तरै ।।ॐ जय…
सुन्दर रूप तुम्हारी श्याम सिला सोहें।
वन उपवन लखि लखि के भक्तन मन मोहे ।। ॐ जय…. 
मध्य मानसी गंगा कलि के मल हरनी।
तायै दीप जलावें, उतरें वैतरनी।।
ॐ जय… 
नवल अप्सरा कुण्ड सुहावन पावन सुखकारी।
बायें राधा कुण्ड नहावें महा पापहारी ।। ॐ जय…
तुम्ही मुक्ति के दाता कलियुग में स्वामी ।
दीनन के हो रक्षक प्रभु अर्न्तयामी ।।
ॐ जय… 
हम हैं शरण तुम्हारी, गिरिवर गिरधारी ।
देवकीनन्दन कृपा करो, हे भक्तन हितकारी ।।
ॐ जय…
जो नर दे परिक्रमा पूजन पाठ करें।
गावें नित्य आरती पुनि नहिं जनम धरें।।
ॐ जय…
 
(इति. )

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top