आरती-भजन-मंत्र-चालीसा

Shri Shani Dev Ji Ki Aarti 

Title of the document ॐ जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी ॐ

जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी

Jai Jai Jai Shri Shani Dev Bhaktan Hitkari

 

श्री शनिदेवजी की आरती

 
जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी ।
सूर्यपुत्र प्रभु छाया महतारी ।।
 जय जय ।। 
श्याम अंग वक्र-दृष्टि चतुर्भुजा धारी ।
नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ।।
जय ।।
 क्रीट मुकुट शीश राजित दिपत है लिलारी।
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी ।।
 जय ।। 
मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी ।
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी ।।
जय ।।
 देव दनुज ऋषि मुनी सुमिरत नर नारी ।
विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी ।।
जय जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी ।।
 
(इति)
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