आरती-भजन-मंत्र-चालीसा

Shri Pretraj Ji Ki Aarti 

Title of the document ॐ श्री प्रेतराजजी की आरती ॐ

आरती प्रेतराज की कीजै। प्रेतराज सरकार की कीजै

Aarti Pretraj Ki Kijai, Pretraj Sarkar Ki Kijai

 

श्री प्रेतराज जी की आरती

 
आरती प्रेतराज की कीजै।
प्रेतराज सरकार की कीजै ।
 दीन दुखिन के तुम रखवारे,
संकट जग के काटन हारे।
 बालाजी के सेवक जोधा,
मन से नमन इन्हें कर लीजै ।
 जिनके चरण कभी ना हारे,
राम काज लगि जो अवतारे।
 उनकी सेवा में चित्त देते,
अर्जी सेवक की सुन लीजै।
 बाबा के तुम आज्ञाकारी,
हाथी पर करे असवारी।
 भूत जिन्न सब थर थर काँपे,
अर्जी बाबा से कह दीजै ।
 जिन्न आदि सब डर के मारे,
नाक रगड़ पड़े तेरे दुआरे ।
 मेरे संकट तुरतहि काटो,
यह विनय चित्त में धरि लीजै ।
 वेश राजसी शोभा पाता,
ढाल कृपाल धनुष अति भाता।
 मैं आया शरण आपकी,
नैय्या पार लगा मेरी दीजै ।
 आरती प्रेतराज की कीजै ।
प्रेतराज सरकार की कीजै ।
इति। 
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