आरती-भजन-मंत्र-चालीसा

Shri Jagannath Ji Ki Aarti 

Title of the document ॐ श्री जगन्नाथ जी की आरती ॐ

आरती श्री जगन्नाथ मंगलकारी

Aarti Shri Jagannath Mangalkari

 

श्री जगन्नाथ जी की आरती

 
आरती श्री जगन्नाथ मंगलकारी ।
परसत चरणारविंद आपदाहारी ।
निखरत मुखारविंद आपदा हारी ।। आरती…..
कंचन थार धूप दीप ज्योति जगमगी।
अग्नि कुण्ड घृत पाव सरथरी ।। आरती…..
देवन द्वारे धोवत ठाढ़े मोहनी खड़ी।।।
मारकण्डे श्वेत गंग आन करी ।। आरती….
गरूड़ खम्भ सिंह पौर यात्रा जुड़ी ।
यात्रा की भीड़ बहुत बेंतुकी छड़ी।। आरती……..
सुरनर मुनि ठाढ़े ब्रह्माजी वेद उच्चारें ।।
धन्य धन्य सूरश्याम आज की ।। आरती..
 
( इति.)

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