आरती-भजन-मंत्र-चालीसा

Shri Jwala Devi Ki Aarti 

Title of the document ॐ श्री ज्वाला देवी की आरती ॐ

जय ज्वाला माई, मैय्या जय ज्वाला माई

Jai Jwala Maai, Maiyya Jai Jwala Maai

 

श्री ज्वाला देवी की आरती

 
ॐ जय ज्वाला माई, मैय्या जय ज्वाला माई ।
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरन सुखदयी ।।
ॐ जय….
 अटल अखण्ड तेरी ज्योती, युग युग से ही जगे ।
ऋषि मुनि सुर नर सबको, बड़ी प्यारी मां लागे ।।
ॐ जय…
 पार्वती रूप शिव शक्ति, तुम ही मां अम्बे ।
पूजे तुम्हे त्रिभुवन के, देवता जगदम्बे ।।
ॐ जय…. 
लाखों सूरज फीके, ज्योति तेरी आगे।
तेरे चिन्तन से मां, भव का भय भागे ।।
ॐ जय…
 चरण शरण में चल के, जो तेरे द्वारे आये।
खाली कभी ना जाये, वांछित फल पावे ।।
ॐ जय…. 
दुर्गति नाशक चंडिका,तुम दानव दलनी।
दीनहीन की रक्षक, तुम ही सुख करनी ।।
ॐ जय… 
आठों सिद्धियाँ तेरे, द्वार भरे पानी ।
दान मां तुझसे लेते, बड़े बड़े महादानी ।।
ॐ जय… 
चरण कमल तेरे धोकर, ध्यानूँ ने रस का पिया।
तेरी धुन में खोकर, शीश तेरी भेंट किया ।।
ॐ जय….
 भक्तों के काज असंभव, संभव तु करती।
सुख रत्नों से सबकी, झोलियाँ तू भरती ।।
ॐ जय…
 धूप दीप पुष्पों से, होए तेरा अभिषेक ।
तेरे दर रंकों को, राजा बनते हुए देखा।।
ॐ जय…..
 अष्ठ भुजी सिंहवाहिनी, तु मां रूद्राणी ।
धन वैभव यश देना, हमको महारानी।।
ॐ जय….. 
ज्योति बुझाने आये, राजे अभिमानी।
हार गये वो तुमसे, मूढ़ मति अज्ञानी ।।
ॐ जय….. 
माई ज्वाला तेरी आरती, श्रद्धा से जो गाये ।
वो निर्दोष उपासक भव से तर जाये ।।
ॐ जय… 
ॐ जय ज्वाला माई, मैय्या जय ज्वाला माई ।
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरन सुखदायी ।। 
 
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